ट्रेन के वातानुकूलित कोच बनेंगे आइसोलेशन वार्ड, कैंट स्टेशन पर काम शुरू

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारतीय रेलवे ने ट्रेनों के वातानुकूलित कोचों को आइसोलेशन वार्ड के रूप में बदलने का काम एक सप्ताह पहले शुरू कर दिया था। अभी तक देश में ऐसे 150 कोच तैयार हो चुके हैं। 


अब आगरा कैंट स्टेशन स्थित कैरेज एंड वैगन विभाग ने आइसोलेशन कोच तैयार करना शुरू कर दिया है। एक ट्रेन के नौ वैगन में से आठ में वार्ड और नौवें कोच को मेडिकल स्टाफ के लिए बनाया जा रहा है। इसके लिए कोचों में बने शौचालय के डिजाइन में भी बदलाव किया जा रहा है। 

आगरा कैंट के कैरेज एंड वैगन विभाग को 30 कोचों को आइसोलेशन वार्ड में बदलना है। इसके लिए एक अप्रैल से विभागीय कर्मचारियों ने काम करना शुरू कर दिया। इन कोचों में बीच की बर्थ को हटाकर वार्ड तैयार किया जा रहा है। 



एक कोच में नौ बेड होंगे


एक कोच में नौ बेड होंगे, यानी नौ मरीजों को एक कोच में उपचार दिया जा सकेगा। रेलवे ने पिछले 10 दिन में 150 आइसोलेशन ट्रेनें तैयार कर दी हैं। इनमें मेडिकल सुविधाएं, जैसे ऑक्सीजन सिलिंडर, मेडिकल किट आदि भी है। 

कैरिज एंड वैगन विभाग के डिपो इंचार्ज प्रमोद कुमार ने बताया कि इन कोचों में मेडिकल सुविधाएं जरूरत पड़ने पर दे दी जाएंगी। इसमें चिकित्सक व पैरा मेडिकल स्टाफ के लिए अलग कोच है। इस कोच में मेडिकल स्टाफ के लिए भी सभी तरह की सुविधाएं हैं। 

आगरा मंडल के वाणिज्य प्रबंधक एसके श्रीवास्तव ने बताया कि आगरा मंडल में ट्रेनों को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील किए जाने का काम शुरू हो चुका है। रेलवे के पास ऐसी 150 ट्रेनें तैयार हैं, जिनमें सभी तरह की मेडिकल सुविधा है। इन्हें जरूरत पड़ने पर देश के दूरदराज के उन इलाकों में भेजा जा सकता है, जहां चिकित्सा सुविधाओं की स्थिति खराब है।