कोरोना महामारी के बीच साइबर जालसाज भी सक्रिय हो गए हैं। ये नए-नए तरीकों से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। कोरोना संकट से निपटने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से फंड जुटाने के लिए बनाई गई वेबसाइट के नाम पर भी लोगाें से फर्जी खातों में रकम मांगी जा रही है।
साइबर सेल की छानबीन में ऐसी दो फर्जी आईडी सामने आई हैं। बीते एक सप्ताह में साइबर सेल में करीब दर्जन भर लोगों ने शिकायत दर्ज कराई कि उनकी रकम प्रधानमंत्री राहत कोष तक नहीं पहुंची है।इस पर जब साइबर सेल ने छानबीन की तो पता चला कि राहत कोष के नाम पर जालसाजों ने फर्जी आईडी बनाई हैं। ये फर्जी आईडी पीएमओ से जारी वेबसाइट से हूबहू मिलती जुलती हैं। इससे लोग धोखा खाकर इनमें रकम जमा कर दे रहे हैं।
सही जानकारी लेकर ही राहत कोष में डालें राशि
साइबर सेल प्रभारी लाल सिंह ने बताया कि पीएमओ से जारी वेबसाइट PMCARE@SBI व PMCARES@SBI है। इनमें सभी अक्षर कैपिटल लेटर में हैं। जबकि फर्जी आईडी स्मॉल लेटर में बनाई गई है। उन्होंने कहा कि पीएमओ की वेबसाइट पर जाकर सही जानकारी लेने के बाद ही राहत कोष में फंड ट्रांसफर करें। कहा कि जालसाजों ने अभी तक कितने लोगों को कहां से अपना शिकार बनाया है, इसकी पड़ताल की जा रही है।
इलाज व दवाओं के झांसे में न आएं
लाल सिंह का कहना है की कोरोना के इलाज और दवाओं से जुड़ी झूठी जानकारी देकर भी जालसाज ठगी कर रहे हैं। ऐसे में सोशल मीडिया में प्रसारित हो रही ऐसी किसी भी जानकारी को सही मानकर इसमें न फंसे। सरकारी एजेंसियों की ओर से जारी जानकारियों पर ही भरोसा करें।